रेलवे बोर्ड के निर्देशानुसार पश्चिम रेलवे भावनगर मंडल पर आग को रोकने हेतु 23 दिसम्बर, 2021 से विशेष जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 3 वर्षों में, भारतीय रेल की यात्री ट्रेनों में आग लगने की 17 दुर्घटनाएँ हुईं और उनमें से कई कोच के शौचालयों से निकलने वाली आग के कारण हुईं। धूम्रपान और/या जलती सिगरेट बट/माचिस की तीली को शौचालय के कूड़ेदान में फेंकना एक बड़ा खतरा है। कुछ यात्रियों का लापरवाह व्यवहार ट्रेनों में दूसरों की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा कर रहा है। इस लापरवाही से यात्रियों को किसी भी जलती हुई वस्तु को कूड़ेदान में फेंकने से सावधान करने के लिए एवं जागरूक करने हेतु यात्री ट्रेनों के सभी शौचालयों में धुम्रपान निषेध से संबंधित पोस्टर लगाए जा रहे हैं। यात्रियों को यात्रा के दौरान पूरी तरह से धूम्रपान से परहेज करने हेतु उद्घोषणा प्रणाली के माध्यम से भी जागरूक किया जा रहा है। यात्रियों द्वारा नियमों का उलंघन करने पर नियमानुसार जुर्माना लगाकर दंडित भी किया जा रहा है।
भावनगर रेलवे प्रशासन अपने सम्मानिय यात्रियों से विनम्र अनुरोध करता है कि यात्री अपने यात्रा के दौरान धूम्रपान से परहेज करें एवं किसी भी प्रकार की जलती हुई चीजें इधर उधर फेंकने से बचें।