जोधपुर के एथलीट युगल महेन्द्र सिंह चौहान और उनकी पत्नी मीना कंवर ने यूरोप में प्रसिद्ध आयरनमैन चैम्पियनशिप 2022 को पूरा कर इतिहास रच दिया है। इस जोड़ी ने 15 घण्टे और 40 मिनट के रिकॉर्ड टाईम में प्रतिष्ठित आयरनमैन ट्राइएथलॉन को पूरा कर लिया। उन्होंने 6 अगस्त 2022 को यूरोप में आयोजित ट्राइएथलॉन में हिस्सा लेकर इस चैलेंज को पूरा किया था।
रिपोर्टिंग आनंद गुरव सूरत
आयरनमैन ट्राइएथलॉन को दुनिया के सबसे मुश्किल एक दिवसीय खेल आयोजनों में से जाना जाता है, जिसमें 3.8 किलोमीटर की तैराकी, 180 किलोमीटर की सायक्लिंग और 42 किलोमीटर की मैराथॉन शामिल है। महेन्द्र सिंह चौहान और मीना कंवर इस विश्व रिकॉर्ड को बनाने वाले पहले भारतीय युगल हैं। उन्होंने दुनिया की सबसे मुश्किल चुनौती को पूरा कर देश का नाम रौशन कर दिया है। इस युगल के नाम अधिकतम-कुल 7 मैराथॉन्स पूरी करने का विश्व रिकॉर्ड भी है।
अब तक की यात्रा के बारे में बात करते हुए महेन्द्र सिंह चौहान ने कहा, ‘‘मेरी फिटनैस की यात्रा तब शुरू हुई जब मैं मोटापे और गैर-सेहतमंद जीवनशैली के चलते स्वास्थ्य की कई समस्याओं से जूझ रहा था। ओवरवेट होने की वजह से मुझे रोज़मर्रा के जीवन में भी मुश्किलें आ रही थीं। तभी मेरे छोटे भाई के कहने पर मैंने फिटनैस की दिशा में अपना पहला कदम रखा।
तब से मैंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है। लगातार प्रशिक्षण और सजग जीवनशैली के चलते मेरा वज़न 102 किलो से कम होकर 81 किलो पर आ गया। पिछले सालों के दौरान मेरी पत्नी और मैं कई प्र्रतिष्ठित आयोजनों में हिस्सा ले चुके हैं और हमने देश में अपनी विशेष पहचान बनाई है।’’
श्रीमती मीना कंवर ने कहा, ‘‘पारम्परिक राजस्थानी पृष्ठभूमि से होने के कारण यह मेरे लिए बेहद मुश्किल था। समाज की ओर से मुझे पर हमेशा दबाव बना हुआ था, लेकिन मेरे पति ने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया और मुझे अपनी सीमाओं के दायरे से आगे बढ़ने में मदद की। जीवनसाथी होने के साथ-साथ हम एक दूसरे के चीयरलीडर्स भी हैं और एक दूसरे का उत्साह बढ़ाते हैं, सपोर्ट करते हैं।’’
वे दोनों अपनी सफलता का श्रेय शेप रनिंग क्लब, फिट इंडिया जिम, सायक्लोट्रोट्ृस और अपने कोच डियोगो को देते हैं। मीना कंवर आयरनमैन को पूरा करने वाली राजस्थान से पहली महिला हैं, वे 3 बच्चों की मां हैं और एक रूढ़ीवादी पारम्परिक परिवार से हैं। लगातार कड़ी मेहनत, प्रशिक्षण और समर्पण के साथ मीना कंवर ने सभी रूढ़ीवादी परम्पराओं को तोड़ा और राजस्थान की महिलाओं के लिए नई क्रान्ति लेकर आई हैं। वहीं दूसरी ओर महेन्द्र सिंह चौहान जाने-माने शिक्षक हैं, और देश भर के लाखों छात्रों को ओर्गेनिक कैमिस्ट्री पढ़ाते हैं। वे वाइब्रेन्ट एकेडमी
कोटा के डायरेक्टर भी हैं। वे दोनों एजुकेशनल एक्सीलेन्स, कोटा में पार्टनर भी हैं।
वे दोनों अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार, माता-पिता और दोस्तों को देते हैं, जिन्होंने मुश्किल प्र्रशिक्षण के दौरान उन्हें पूरा सहयोग एवं प्रोत्साहन दिया। आने वाले समय में वे कई ऐसे प्लेटफॉर्म्स पर भारत का प्रतिनिधित्व करना चाहते हैं और कई नई उपलब्धियां हासिल करना चाहते हैं।