रिपोर्टिंग आनंद गुरव सूरत
सोशल मीडिया के बढ़ते कदम के जरिए पश्चिमी संस्कृति एक बार फिर से भारतीय संस्कृति में अपना मार्ग बना रही है। इस पश्चिम संस्कृति में दिलचस्पी रखने वाले उसके फॉलोअर्स समाज के कुछ प्रभावशाली व्यक्ति है। इन्ही प्रभावशाली लोगों को देख भारत की युवा पीढ़ी इन जैसा बन ने का प्रयास करती है, और पश्चिम संस्कृति को अपनाने का भी। इसी के चलते आज की युवा पीढ़ी अपनी भारतीय संस्कृति भूलती जा रही है। सदियों पुराना धर्म, सनातनी धर्म अब लोग उस तरह से नहीं निभाते जैसे सदियों पहले निभाया जाता था।
यहां तक की आज के युवा को तो अपने देश के इतिहास के बारे में तक जानकारी नहीं। न ही इतिहास की पुस्तकों में कहीं भारत के वीर सैनानियों का उल्लेख है। इतिहास की पुस्तकों में महान भारत और महान भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म, के अनुभवों के निशान अब नही मिलते। तो युवा भारतीय सनातनी के रूप में अपनी पहचान के बारे में कैसे जान पाएंगा?
आज की युवा पीढ़ी सोशल मीडिया पर रील बनाने और जाली प्रसिद्धि प्राप्त करने में व्यस्त है। इन सब से ऊपर उठ के आज भी कुछ युवा और कुछ संगठन है जिन्होंने एक बार फिर हर भारतीय के हृदय में ‘सनातन धर्म’ स्थापित करने की जिम्मेदारी ली है। इनमें से एक डॉ. विजय बजाज भी है, जो स्वदेशी सनातन संघ के साथ सक्रिय रूप से सहभागी रहे हैं और देश को अपने तरफ से योगदान देने में लगे हुए हैं।
डॉ. विजय बजाज स्वदेशी संतान संघ को “आत्मनिर्भर भारत” स्थापित करने में मदद कर रहे हैं। मध्य प्रदेश निवासी डॉ. विजय बजाज स्वदेशी सनातन संघ में ‘प्रदेश संयोजक मध्य प्रदेश’ के रूप में नियुक्त हुए है, यह नियुक्ती राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री महिपाल सिंह खैनवार जी, मुख्य संरक्षक डॉ दिनेश उपाध्याय जी, और राष्ट्रीय महामंत्री डॉ देवेंद्र यादव जी द्वारा प्रदान की गई ।
स्वदेशी सनातन संघ एक देश को समर्पित संगठन है जो आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए निर्धारित सिद्धांतों पर गहरा विश्वास रखती है। सनातन धर्म और सनातनी की समृद्ध सांस्कृतिक के प्रचार करने में समर्पित है। स्वदेशी सनातन संघ अपने सनातन धर्म के मूल्यों का पालन करने और सनातनी होने पर गर्व महसूस करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
यह संगठन साथ ही विभिन्न गतिविधिया, कार्यक्रम और अभियान आयोजित कर हिंदू संस्कृति का प्रचार करता है। स्वदेशी सनातन संघ सनातनी परंपराओं के बारे में गर्व और ज्ञान की भावना को स्थापित करने का उद्देश्य रखते हैं। उनके प्रयास स्वाभिमानपूर्ण भारत को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो अपनी गौरवमय सनातनी विरासत में गहराई से जड़ा होता है।
डॉ. विजय बजाज अपने देश को समर्पित हैं, जो अपने देश और प्राचीन हिन्दू जीवन शैली सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के प्रति गहरी समर्पण रखते हैं। वह वित्तीय योगदान और अन्य सहायता के माध्यम से उत्साहपूर्वक सनातन धर्म के संरक्षण और प्रसार के पक्ष में संगठनों और पहलों का समर्थन करते हैं।
डॉ. विजय बजाज अपने देश के प्रति अटल समर्पित है। वे सनातन धर्म के मूल्यों और परंपराओं का पालन करते और उनकी दिल से इज्जत करते है। इसी के साथ डॉ. विजय बजाज एक महान उद्धरण साबित होते है, की किस तरह से आज के युवा को अपने सनातनी होने पर गर्व होना चाहिए, साथ ही इन प्रभावशाली व्यक्तियों को देखते हुए हमे अपनी संस्कृति नही भूलनी है।