रिपोर्टिंग आनंद गुरव सूरत
इसलिए वे लोग अब हिंसक तरीकों का सहारा ले रहे हैं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं पर लगातार हमले होते रहे हैं और अब भी हो रहे हैं। कुछ दिन पहले मुझ पर भी जानलेवा हमला हुआ था। लेकिन मैं सत्य के लिए और देश को बचाने के लिए लड़ रहा हूं, इसलिए उपरवाले की कृपा से मैं आज स्वस्थ हूं। मुझ पर झूठी FIR दर्ज की गई, गोपालभाई के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई थी। ये सब दिखाता है कि बीजेपी के लोग आम आदमी पार्टी से कितना डरते हैं।
ये सभी घटनाएं आम आदमी पार्टी को मजबूत बनाती हैं और कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित करते हैं। आज गुजरात की जनता को पता चल गया है कि जनता की सेवा करने के लिए केवल आम आदमी पार्टी ही हमेशा तैयार है और इसीलिए आज आम आदमी पार्टी को पूरे गुजरात की जनता का समर्थन और सहयोग मिल रहा है।
आम आदमी पार्टी गुजरात में एक सक्षम विकल्प के रूप में उभर रही है और गुजरात के साथ अब देशभर के लोग मानते हैं कि आम आदमी पार्टी गुजरात के लिए एक मजबूत विपक्ष और विकल्प है। आम आदमी पार्टी की राजनीति मुद्दों की राजनीति है। आम आदमी पार्टी हमेशा लोगों के मुद्दों को उठाती है, आम आदमी के जीवन में अधिक से अधिक राहत लाने के लिए हर संभव प्रयास करती है।
गुजरात की जनता यह सब समझ रही है और जान रही है, इसलिए आम आदमी पार्टी को अपना रही है। हर वर्ग, हर समाज, हर पेशे और अन्य पार्टियों के भी गुजरात के ईमानदार लोग आम आदमी पार्टी की विचारधारा से जुड़ रहे हैं।
इस कड़ी में ओर नाम जुड़ने जा रहे हैं। आज हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि आदिवासी समुदायों के अधिकारों के लिए आवाज उठाने वाले कुंजन रमेशभाई धोडिया, पूरी दुनिया की जनजातियाँ जो अलग-अलग में विभाजित हैं, वे एक झंडे ‘अंतर्राष्ट्रीय जनजातीय एकता ध्वज’ के नीचे आए उसके लिए काम करते हुए, अंतर्राष्ट्रीय संगठन भारत का मुख्य राजदूत और अंतर्राष्ट्रीय जनजातीय मंच का मुख्य आयोजक जिम्मीकुमार राजेनभाई पटेल, महुआ तालुका में आदिवासी समुदाय के अधिकारों के लिए लड़ रहे नरेंद्रभाई कांतिलाल चौधरी, दक्षिण गुजरात युवा हलपति समाज के अध्यक्ष जयदीप कुमार चंपकभाई राठौर आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
केवडीया के आंदोलनकारी प्रफुल्ल भाई वसावा ने सभी नए साथियों की जानकारी देते हुए कहा की, करचेलिया, महुवा, सूरत के कुंजन रमेशभाई धोडिया आदिवासी समाज के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं। वह पिछले 7 सालो से दक्षिण गुजरात के 300 से अधिक गांवों में आदिवासी जागरूकता अभियान चला रहे हैं। इस अभियान के माध्यम से उन्होंने आदिवासियों को उनके अधिकारों, संविधान की 5वीं अनुसूची, पेसा एक्ट, विभिन्न विनाशकारी परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते है।
साथ ही, आदिवासी समाज अपनी संस्कृति, भाषा और रीति-रिवाजों को बनाए रखने की कोशिश करें इसलिए आदिवासी रित रस्म से वह खुद शादी करवाने की शुरुआत की है।
सूरत के जिम्मीकुमार राजेनभाई पटेल विश्व मंच पर आदिवासी प्रतिनिधित्व के लिए काम कर रहे हैं। जिम्मीभाई ने कोरोना के दौरान जब सरकार ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी में लोगों के खेत पर कब्जा कर लिया तभी एक मुट्ठी भर अनाज, एक रुपये का दान और एक हस्ताक्षर अभियान चलाया और केवड़िया के लोगों के लिए अनाज, राशन पहुंचाने का काम किया।
दोसवाला में जिंक स्मेल्टर परियोजना में 99 गांवों को प्रदूषण से बचाने की लड़ाई शुरू की थी। इस बीच 150 लोगों के खिलाफ झूठी FIR की गई थी इसलिए हाईकोर्ट तक गए थे। पार तापी नर्मदा लिंक परियोजना से पूरे दक्षिण गुजरात के आदिवासी गांव प्रभावित हो सकते थे इसलिए इस परियोजना के खिलाफ व्यारा में एक रैली आयोजित की थी।
खुद एक पर्यावरणविद और कानून विशेषज्ञ है इसलिए वह संयुक्त राष्ट्र द्वारा दिए गए अधिकारों के साथ-साथ भारत के संविधान में दिए गए आदिवासी अधिकारों के बारे में जन जागरूकता बढ़ाते हैं, साथ ही व्यसन मुक्ति, ट्री प्लान्टेसन और पेड़ पौधे बांटकर ग्लोबल वार्मिंग और क्लाइमेट चेंज जैसी वैश्विक समस्याओं के लिए मुहिम चला रहे है।
सूरत के महुवा जिले के नरेंद्रभाई कांतिलाल चौधरी महुवा तालुका के चौधरी समाज के प्रमुख हैं और पूर्व समरस सरपंच भी रह चुके हैं। आदिवासी समाज में जन जागरूकता पैदा हो, समाज अधिकार पाने के लिए आगे आए इस उद्देश्य से विश्व आदिवासी दिवस समारोह की शुरुआत महुवा के काछल गांव से की गई थी। जिसे आज बड़े पैमाने पर मनाया जा रहा है। सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूक होना, समाज के युवाओं के साथ सभी आंदोलन कार्यक्रमों करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है, जन जागरूकता बैठकों का नेतृत्व करते है और सामाजिक हित के लिए धरना करना, आवेदन पत्र देने के लिए नेतृत्व करते है।
बारडोली, सूरत के जयदीप कुमार चंपकभाई राठोड दक्षिण गुजरात युवा हलपति समाज के प्रमुख है। वह पिछले 7 साल से हलपति समाज के लिए काम कर रहे हैं। जयदीप कुमार समाज को शिक्षित और संगठित करने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं।
उसके बाद आम आदमी पार्टी के प्रदेश महामंत्री मनोज सोरठिया ने कुंजन रमेशभाई धोडिया, जिम्मीकुमार राजेनभाई पटेल, नरेंद्रभाई कांतिलाल चौधरी, जयदीप कुमार चंपकभाई राठौर को टोपी और पटका पहनाकर औपचारिक रूप से आम आदमी पार्टी में शामिल किया।
ये सभी क्रांतिकारी साथी अरविंद केजरीवाल जी की ईमानदारी से प्रेरित होकर ‘आप’ में शामिल हुए हैं। उनका मानना है कि, आज गुजरात में सिर्फ आम आदमी पार्टी ही है जो आदिवासी समाज के लिए कुछ अच्छे काम करने की इच्छा रखती है। आने वाले समय में आदिवासी समाज के 1 लाख लोग आम आदमी पार्टी में शामिल होंगे। आदिवासी समाज को आम आदमी पार्टी पर पूरा भरोषा है। आम आदमी पार्टी लोगों के मुद्दों को लेकर सरकार के खिलाफ आवाज उठा रही थी, तब से दिल्ली और पंजाब के बाद गुजरात में आम आदमी पार्टी की लोकप्रियता बढ़ती जा रही थी। गुजरात में हर वर्ग और समाज के लोग अब आम आदमी पार्टी को पसंद कर रहे हैं।
और हाल ही में, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी ने गुजरात को बिजली, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, व्यापार, आदिवासी समाज और महिलाओं की गारंटी के रूप में जो उपहार दिया है, उससे गुजरात के लोग बहुत खुश हैं।गुजरातियों में अब एक आशा की किरण जग रही है, आम आदमी पार्टी की वजह से गुजरात की जनता को विश्वास हो गया है कि गुजरात में भाजपा द्वारा किया जा रहा भ्रष्टाचार का अंत संभव है, सुशासन संभव है, सकारात्मक बदलाव संभव है।
इस महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता में आम आदमी पार्टी के प्रदेश महामंत्री मनोज सोरठिया के साथ साथ केवडीया के आंदोलनकारी प्रफुल्ल भाई वसावा भी मौजूद थे।