रिपोर्टिंग आनंद गुरव सूरत
सूरत: उधना जंक्शन रेलवे स्टेशन को ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन के रूप में इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में सूचीबद्ध किया गया है। जहां उधना रेलवे स्टेशन को प्रतिष्ठित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा ‘इको-सिस्टम रिस्टोरेशन एंड क्लाइमेट एक्शन के लिए ग्रीन रेलवे स्टेशन’ के रिकॉर्ड से नवाजा गया है। इसके साथ ही उधना स्टेशन देश, एशिया और दुनिया का पहला ग्रीन रेलवे स्टेशन बन गया है, जो क्लाइमेट चेंज की दिशा में काम कर रहा है।
ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन को सूरत के ग्रीनमैन के नाम से मशहूर विरल देसाई ने अपने एनजीओ ‘हार्ट्स एट वर्क फाउंडेशन’ के जरिए गोद लिया था। जहां वर्ष 2019 से विभिन्न चरणों में विभिन्न पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं को अंजाम दिया गया। इस मौके पर ग्रीनमैन विरल देसाई ने कहा, ‘यह गर्व की बात है कि ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है। ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन पिछले कई वर्षों से अंतरराष्ट्रीय स्तर के संगठनों का ध्यान आकर्षित कर रहा है। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इकोसिस्टम रीस्टोरेशन और बायोडायवर्सिटी के क्षेत्र में ठोस परिणाम लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों से दुनिया को आह्वान कर रहे हैं। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि हमने एक रेलवे स्टेशन पर इकोसिस्टम रीस्टोरेशन और क्लाइमेट एक्शन का कीर्तिमान स्थापित किया है।
सूरत रेलवे स्टेशन के स्टेशन निदेशक दिनेश वर्मा ने कहा, ‘उधना स्टेशन, जो कभी अनसुना था, अब स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक ब्रांड बन गया है। सारा श्रेय हर्ट्स एट वर्क फाउंडेशन और विरल देसाई को जाता है।’
गौरतलब है कि देश का पहला पुलवामा स्मारक ग्रीन उधना रेलवे स्टेशन पर स्थित है। तो स्टेशन परिसर में ही चार सौ चिड़िया के साथ एक स्पोरोजोन है। इसके सीवाय स्टेशन पर लगभग पचास अद्वितीय चित्रों और कुछ आकृतियों के साथ एक ग्रीन गैलरी तैयार की गई है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन लगभग सोलह हजार लोगों को पर्यावरण संरक्षण का संदेश मिलता है। इसके अलावा उधना रेलवे स्टेशन के परिसर में ही भारतीय रेलवे का पहला शहरी वन तैयार किया गया है। मियावाकी शैली में डिजाइन किए गए इस शहरी जंगल को देश के शहीदों को समर्पित करते हुए ‘शहीद स्मृति वन’ नाम दिया गया है।