रिपोर्टिंग आनंद गुरव सूरत
सूरत। जाने-माने पर्यावरणविद् और उद्योगपति विरल देसाई पिछले कई वर्षों से ‘ट़्री गणेशा’ के नाम से गणेश उत्सव मना रहे हैं, जो भगवान गणेश की भक्ति और पर्यावरण संरक्षण की भावना पर केंद्रित है। इसी के तहत इस वर्ष विरल देसाई ने ‘अमृतकाल’ के प्रोजेक्ट के साथ ‘ सत्याग्रह अगेस्ट पॉल्युशन एन्ड क्लाइमेंट चेंज की थीम पर ‘ट्री गणेश’ का आयोजन किया है।
गुजरात के वन विभाग और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, सूरत भी आधिकारिक तौर पर ‘ट्री गणेशा’ की इस योजना में शामिल हैं। अपने प्रोजेक्ट के बारे में उन्होंने कहा, ‘अमृतकल यानी मिशन 2047 के प्रोजेक्ट को हाथ में लेने का मुख्य कारण यह है कि जिस तरह हमें आजादी के 75वें साल में एक खूबसूरत और मजबूत भारत का उपहार मिला है, उसी तरह हमें एक खूबसूरत का तोहफा मिला है। और मजबूत भारत हमें अपनी आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ और मजबूत वातावरण का उपहार देना होगा। उसके लिए हम सभी को तैयार रहना होगा और सतर्क रहना होगा और उस सतर्कता के लिए हमने ‘ सत्याग्रह अगेस्ट पॉल्युशन एन्ड क्लाइमेंट चेंज की थीम रखी है।
गौरतलब है कि सूरत में कई स्कूल और कॉलेज ‘ट्री गणेशा’ के दर्शन कर रहे हैं और छात्र ‘पर्यावरण योद्धा’ बनकर भक्ति के साथ पर्यावरण की रक्षा के लिए कमर कस रहे हैं। इस गणेश उत्सव में हजारों पेड़ पौधे बांटे जा रहे हैं और साल भर विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में ‘ सत्याग्रह अगेस्ट पॉल्युशन एन्ड क्लाइमेंट चेंज के तहत जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही कई अर्बन फोरेस्ट्स तैयार किए जाएंगे।