नीषा नई दिल्ली एवं सरस. सी. ई. आर. टी, रायपुर के तत्वाधान में स्कूल लीडरशीप ट्रान्सफार्मिंग स्कूल यू बेस्ट प्रेक्टिस ” विष्य पर दो दिवसीय सेमिनार अकुर प्यारेलाल राज्य पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान नियोस रायपुर में आयोजित किया गया। इस सेमिनार में देश के अलग- अलग प्रदेशो से आये इनोवेटिव शिक्षको, वरीष्ठ अधिकारीगो के साथ छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले से चयनित शिक्षको ने नवाचार के माध्यम से बच्चों के शैक्षिक गुणवत्ता सुधार पर किये जा रहे स्वयं के कार्यों पर प्रकाश डाला।
प्रदेश के शिक्षा सचिव सिद्धार्थ कोमल सिंह परदेशीने सामुदायिक सहभागिता के माध्यम से स्कूलो के विकास एवं इसका विद्यार्थियों के व्यक्तित्व पर पड़ने वाले प्रभाव को रेखांकित किया। इस आयोजन में का उद्घाटन सस सी ई आर टी के डायरेक्टर राजेन्द्र कटारा ने किया जिसके नोडल अधिकारी डी दर्शन रहे उन्होंने भी विषय पर अपने विचार रखे । उक्त आयोजन के लिये नेशनल सेन्टर फार स्कूल लीडरशीप नई दिल्ली की सहायक प्राध्यापक डॉ. शादमा अफजर ने बधाई दी।
रायपुर से शा. प्रा. शाला, रवि शंकर शुक्ल विश्वधि विद्यालय परिसर से डॉ गोपा शर्मा ने विद्यार्थियों के व्यक्तिल विकास पर शिक्षक की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होनें अपने स्वयं के अनुभव को प्रस्तुत किया तथा यह बताया कि विद्यार्थियो में नेतृत्व क्षमता विकसित करने हेतु यह आवश्यक है कि शिक्षको
का लक्भाव व व्यक्तित्व स्वयं मे प्रभावशाली हो ताकि वे अपने को विद्यार्थियों के समझ प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत कर सके भ्योकि विद्यार्थी गुरु मे ही अपने आदर्श, ज्ञान, संस्कार एवं संस्कृति को खोजता है, अतः गुरु का आदर्श स्वरूप होना परम आवश्यक है! उनके विचारो को उपस्थित शिक्षकगणो द्वारा सराहा गया ।
राष्ट्रिय विद्यालय नेतृत्व केन्द्र नई दिल्ली जो राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान के अन्तर्गत स्कूल लीडरशीप विकास पर कार्य करती हैके द्वारा यह प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया। इस संस्थान का मुख्य उद्देश्य देश के विद्यालय प्रमुखों का विद्यालय में गुणात्मक बदलाव लाने की क्षमता संवर्धन के साथ-साथ अन्य विकास करना है। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये अकादमी द्वारा दो दिवसीय आंयोजन किया गया।