जिसमें विभिन्न प्रांतों से प्रतिभागी शिक्षक, शैक्षणिक स्तर पर नवाचारी शिक्षा के संदर्भ में देशभर के करीब 17 राज्यों से 150 सरकारी शिक्षक विचार – विमर्श करेंगे। बाल रक्षक प्रतिष्ठान के कार्यकारी अध्यक्ष मनोज चिंचोरे एवं सचिव नरेश वाघ के नेतृत्व में हरियाणा से मदन लाल, ज्योति सरोहा, डाॅ कुसुम, डाॅ अभिलाषा अपनी टीम के साथ इस सम्मेलन को आयोजित करने जा रहे हैं। इस कार्यक्रम में अनेक गणमान्य अतिथियों, विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति सभी प्रतिभागियों के लिए प्रेरणीय रहेगी।
दिनांक 19 मई को सांय 6 से 10 बजे तक अवार्ड़ फंक्शन में मुख्यातिथि के तौर पर हरियाणा प्रदेश के शिक्षामंत्री चौ कंवरपाल जी व भारतीय हाकी टीम के पूर्व कप्तान एवम् वर्तमान में हरियाणा सरकार में खेलमंत्री सरदार संदीप सिंह जी विशिष्ट मेहमान के रूप में प्रतिभावान प्रतिभागी शिक्षकों सहित शिक्षा, चिकित्सा, साहित्य, खेल व समाज सेवा के रूप में उल्लेखनीय कार्य करने वाली सख्शियतों (अनीता भारत, डाॅ पायल, रोज़लीन, सुमन अहलावत, डाॅ नीलम सांगवान व सविता गर्ग सावी) को हरियाणा भूषण पुरस्कार से नवाजेंगे तथा बालरक्षक प्रतिष्ठान संस्था की ओर से सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा ।
साथ ही जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी (करनाल ) श्री रोहतास वर्मा व जिला शिक्षा अधिकारी, कुरूक्षेत्र श्री अरुण आश्री जी सम्माननीय अतिथियों के रूप में शिरकत कर, प्रतिभागी शिक्षकों का हौसला बढ़ाएंगे।
सुबह के सत्र में पंजाब के पटियाला से डाॅ कुलदीप सिंह दीप मुख्य वक्ता के तौर पर उपस्थित रहेंगे तथा प्रेरक उद्बोधन देंगे।
वहीं गुजरात से डाॅ जागृति काला हरियाणा से डाॅ सुभाष सैनी, बिहार से नेशनल अवार्ड़ी हरिदास शर्मा, मेरठ से नेशनल अवार्डी मुहम्मद मतीन, समिता राणा व कई अन्य मोटिवेशनल स्पीकर्स अपना प्रेरणीय वक्तव्य रखेंगे।
राज्यों की संस्कृतियों को बढ़ावा देते हुए इस सम्मेलन में अनेक सांस्कृतिक लोक नृत्यों की झांकी प्रस्तुत की जाएगी। शिक्षक अपने शैक्षणिक संस्थानों में किस तरह से नवाचारी शैक्षिक माध्यमों को अपनाकर नए राष्ट्र एवं नई पीढ़ी के भविष्य का नव – निर्माण कर रहे हैं इस पर भी विचार साझा किए जायेंगे। विभिन्न शिक्षकों को शिक्षा क्षेत्र में अपने विशिष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया जाएगा।
नवाचारी शिक्षण से संबंधित अनेक सत्र सभी को विचार – मंथन के लिए प्रेरित करेंगे। बाल रक्षक प्रतिष्ठान सदैव अपने कार्यक्रमों द्वारा समाज,साहित्य,शिक्षा और संस्कृति के उन्नयन-संवर्धन हेतु निरंतर कार्य करता रहा है। निकट भविष्य में भी यह प्रतिष्ठान भारत के अनेक राज्यों में इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करके शिक्षा,साहित्य,समाज एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत रहेगा।
रिपोर्ट सत्यम नागपाल यमुनानगर हरियाणा